दरभंगा,
दुर्घटना के बाद कार को ग्रामीणों के कब्जे से मुक्त कराने गई पुलिस पर हमला, पुलिस ने की ग्रामीणों पर लाठीचार्ज
दरभंगा, सोनकी थाना क्षेत्र के पांता गांव में बजरंग चौक के पास चार चक्का से ठोकर लगने से पांता गांव के अजय कुमार के 3 वर्षीय पुत्र हिमांशु कुमार की मौत इलाज के दौरान हो गई थी। बताया जाता है कि धक्का मार कर भाग रहे कर को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया अपने कब्जे में रख लिया था आज शाम इसी कार को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराने गई पुलिस की ग्रामीणों से झड़प हो गई जिसमें पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा जिसके बाद भड़के ग्रामीणों ने दरभंगा कुशेस्वरस्थान मुख्य सड़क पर आगजनी कर जाम कर दिया। पुलिस ने ग्रामीणों के कब्जे से कार को मुक्त कराकर थाने ले आई है।
बताया जाता है आज पुलिस ने कार को मुक्त कराने के लिए दबाव बनाने के लिए मृत बच्चे के चाचा को पुलिस ने हिरासत में लिया था जिसके बाद कार को लाने गई पुलिस की झड़प ग्रामीणों के साथ हो गई ग्रामीणों का कहना था कि पहले आप मेरे भाई को छोड़िए फिर गाड़ी को ले जाइये इस बात को लेकर ग्रामीणों के साथ हुई झड़प में पुलिस को ग्रामीणों पर लाठी चार्ज करना पड़ा तब जाकर मामला शांत हो सका।
मृतक की बुआ वीणा देवी ने बताया कि दुर्घटना मेरे बच्चे की मौत भी हो गई और उल्टे पुलिस वाले मेरी मदद करने की बजाय मेरे भाई को ही गिरफ्तार कर थाना ले गई। मेरे बच्चे को मंगलवार एक कार वाले ठोकर मार दिया था जिसके बाद कार चालक सहित सवार फरार हो गए थे जिसके बाद हमलोगों ने कार का चाभी रख लिया था। लेकिन इलाज के दौरान मेरे बच्चे का मौत हो गया अभी तक किसी भी तरह का सरकारी सहायता नही मिला है।
इस सम्बंध में सदर डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि सोनकी थाना थाना क्षेत्र के पांता गांव में पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा लेकिन लाठीचार्ज नही किया गया है। एक वाहन की ठोकर से घायल बच्चे का इलाज के दौरान मौत हो गई थी। दुर्घटना के बाद ग्रामीणों ने दुर्घटनाग्रस्त कार को बंधक बना लिया था जिसे कब्जे से मुक्त कराने पुलिस गई थी जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया था। लेकिन पुलिस के भारी दबाव के कारण ग्रामीणों ने कार को पुलिस के हवाले कर दिया। में एसडीपीओ ने लाठीचार्ज की घटना से इनकार किया है। लेकिन तस्वीरें कभी झूठ नही बोलती है वीडियो में साफ साफ पुलिस द्वारा लाठी करते देखा जा रहा है।