पटना;ढाई साल के बच्चे के हृदय के दो जन्मजात छिद्र एक साथ बंद हुए
महावीर वात्सल्य अस्पताल में दूरबीन विधि से दुर्लभ ऑपरेशन
चौबीस घंटे में बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई
नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना । महावीर वात्सल्य अस्पताल के डाॅक्टरों ने ढाई साल के बच्चे के हृदय के दो छिद्र एक साथ बन्द कर उसे ठीक कर दिया। दूरबीन विधि से हुए इस सफल ऑपरेशन के बाद चौबीस घंटे में बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। महावीर वात्सल्य अस्पताल के बाल हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ मेजर प्रभात कुमार की टीम ने यह सफलता हासिल की है। सफल ऑपरेशन के बाद डाॅक्टर प्रभात ने बताया कि बिहार का यह पहला ऐसा मामला है जब एक बार में इतने छोटे बच्चे के हृदय के दो छिद्र बन्द कर उसे स्वस्थ किया गया। वैशाली जिला के जन्दाहा के रहनेवाले सौरभ कुमार को गुरुवार की सुबह महावीर वात्सल्य अस्पताल में भर्ती किया गया। गुरुवार की शाम को दूरबीन विधि से हृदय के दोनों छिद्र बन्द कर दिए गये। मेडिकल टर्म में हृदय के इन दो छिद्रों को एएसडी और पीडीए कहते हैं। ऑपरेशन के बाद जांच में बच्चे के स्वस्थ पाए जाने पर शुक्रवार दोपहर उसे महावीर वात्सल्य अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। डाॅ प्रभात ने बताया कि हृदय के जन्मजात छिद्रों के कारण बच्चे का वजन नहीं बढ़ पा रहा था। ढाई साल का होने पर भी उसका वजन मात्र 10 किलोग्राम था। उसे खून की कमी भी थी। बच्चे के हृदय के इको जांच में दो जन्मजात छिद्र पाए गये। बच्चे के परिजनों ने देश के विभिन्न स्थानों पर बच्चे का इलाज कराया। आखिरकार उन्होंने महावीर वात्सल्य अस्पताल में डाॅ प्रभात से संपर्क किया। डाॅ प्रभात ने बताया कि बच्चे का यह ऑपरेशन मुख्यमंत्री चिकित्सा कोष से निःशुल्क किया गया। इस दुर्लभ ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देनेवाली टीम में डाॅ प्रभात के अलावा डाॅ नलीन विलोचन, टेक्नीशियन चंदन, सिस्टर राखी, मोनिका आदि शामिल थे। महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने इस बड़ी उपलब्धि के लिए अस्पताल के चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों को बधाई दी है।