नीट पेपर लीक मामले का तार बिहार से पूरी तौर पर जुड़ा हुआ है। मंगलवार को इस मामले में एक बड़ा खुलास हुआ जिसमें ये बात सामने आई कि पटना के एनएचएआई गेस्ट हाउस में रूकने की व्यवस्था के लिए एक मंत्री ने लेटर लिखा था। गेस्ट के इंट्री रजिस्टर का इससे जुड़ा एक पेज सामने आया था। इसमें छात्र अनुराग यादव के नाम के साथ ब्रैकेट में मंत्री जी लिखा हुआ था। गेस्ट हाउस में ठहरने की व्यवस्था सिकंदर यादवेंदु ने कराई थी। ये बात सामने आने के बाद की छात्रों के रूकने की व्यवस्था के लिए एक मंत्री ने लेटर लिखा था, बिहार सरकार ने इसके जांच के आदेश दे दिये है। इसके साथ ही बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने एक बड़ा दावा भी किया है, उन्होने कहा है कि सॉल्वर गैंग के तार आरजेडी से जुड़े हुए है, जो लोग पकड़गे गए है वो तेजस्वी यादव से जुड़े हुए है। अपराधियों को संरक्षण देना आरजेडी की मानसिकता है।
समस्तीपुर का रहने वाला सिकंदर यादवेंदु इस मामले का सरगना है, पहले वो रांची में ठेकेदारी करता था, 2012 में उसने एसएससी पास की और जूनियर इंजीनियर बन गया। सिंकदर का बेटा और बेटी दोनों एमबीबीएस कर रहे है। उसका दामाद एमबीबीएस के बाद पीजी कर रहा है। सिकंदर तीन करोड़ के एलईडी घोटाले का आरोपी है, इस केस में वो जेल भी जा चुका है।वही बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने बुधवार को पूछताछ के लिए 9 अभ्यर्थियों को नोटिस जारी किया था, उसमें से केवल दो अभ्यर्थी अपने अभिभावक के साथ पूछताछ के लिए पहुंचे, अन्य सात अभ्यर्थियों का कोई अता पता नहीं है। पूछताछ के लिए आये दो अभ्यर्थियों से ईओयू की टीम ने करीब दो घंटे तक पूछताछ की.इन दोनों अभ्यर्थियों ने EOU से कहा कि इस पूरे मामले से हमारा कोई संबंध नहीं है। हालांकि एजेंसी अब उनके बयान के सत्यता की जांच करेगी। बता दें कि ईशा भारती नाम की एक छात्रा भी ईओयू के दफ्तर पहुंची, जो पटना के समीप ही बख्तियारपुर की रहने वाली है। दफ्तर में दोनों अभ्यर्थियों से पेपर लीक मामले में पूछताछ की जा रही है। इस पूरे मामले में EOU ने अभी तक कुल 9 अभ्यर्थियों को नोटिस भेजकर 18 और 19 जून को पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि 18 जून को कोई भी अभ्यर्थी EOU के दफ्तर नहीं पहुंचा था।