मधुबनी | मैथिली की प्रसिद्ध गायिका मिथिला की बेटी सोनी चौधरी को मिथिला के पारंपरिक लोकगीतों की बेहतर गायिकी के लिए हैदराबाद में आयोजित 21वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में ‘मिथिला रत्न’ सम्मानोपाधि से अलंकृत किया गया। मिथिला सामाजिक मंच, हैदराबाद के तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में उन्हें यह सम्मान दरभंगा के लोकप्रिय सांसद डा गोपाल जी ठाकुर, मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा, अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के अध्यक्ष डा महेंद्र नारायण राम, सम्मेलन के प्रधान महासचिव एवं मिथिला-मैथिली आंदोलन के शीर्षस्थ स्तंभ डा बैद्यनाथ चौधरी ‘बैजू’, वरिष्ठ साहित्यकार -सह- भारत निर्वाचन आयोग के दरभंगा जिला आइकाॅन मणिकांत झा, स्वागताध्यक्ष रंजन कुमार झा, अंतरराष्ट्रीय मीडिया कर्मी माला झा आदि के कर-कमलों से प्रदान किया गया।
बता दें कि मैथिली मंच की सिद्धहस्त पारंपरिक लोक गायिका सोनी चौधरी शुभंकरपुर निवासी, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त हिन्दी विभागाध्यक्ष डा रमाकांत झा की पुत्री एवं नेहरा ग्रामवासी गौड़ीशंकर चौधरी की पुत्रवधु हैं। उन्हें यह सम्मान मिलने से इलाके में हर्ष का माहौल कायम हुआ है।
सम्मान मिलने के बाद सोनी चौधरी ने बताया कि मैथिली के पारंपरिक लोक गीतों की गायिकी के लिए मिथिला विभूति एवं मिथिला गौरव सम्मान के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस सम्मान से सम्मानित होकर अत्यंत गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। उन्होंने कहा कि उनके संस्कार में रची बसी मातृभाषा मैथिली और पारंपरिक लोकगीतों के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति यह सम्मान उत्साह बढ़ाने का काम करेगा। मैथिली के पारंपरिक गीतों की उत्कृष्ट गायिकी के लिए वह इससे पहले अनेक राजकीय, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से नवाजी जा चुकी हैं।