जन सुराज से आगामी विधानसभा किस विधानसभा से कौन होंगे प्रत्याशी इसकी घोषणा फरवरी 2025 में कर दी जायेगी। प्रत्याशी का चयन दल या दल के नेता नहीं बल्कि आम जनता करेगी। हर विधानसभा से पांच प्रत्याशियों की सूची बनेगी और उस क्षेत्र के आम मतदाताओं से राय ली जाएगी सबसे बेहतर प्रत्याशी कौन जिसके पक्ष में सबसे अधिक लोग समर्थन करेंगे वही उस विधानसभा में जन सुराज का प्रत्याशी बनेंगे। न पैरवी न पैसा न जाति न धर्म कोई मापदण्ड अन्य दलों की तरह जन सुराज में नहीं होगा। जिसकी जीतनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी को शत-प्रतिशत लागू किया जायेगा। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सैकड़ों बार कह चुके हैं कि यह जनता की पार्टी बनेगी और हर। फैसला स्वयं जनता करेगी। नेता का चयन भी इसी तर्ज पर होगा। अति पिछड़ा यादव अल्पसंख्यक दलित बाह्मण महिला युवा किसी की अनदेखी जन सुराज में नहीं होगी। इतना हीं नहीं चुनाव जीतने के बाद भी विधायक का लगाम जनता के हाथ में हीं रहेगा नहीं तो आम जन उनपर अविश्वास प्रस्ताव लाकर बहुमत से उन्हें हटा देगी। पहले दलित समाज फिर अति पिछड़ा अल्पसंख्यक और पिछड़ा समाज के बाद सामान्य वर्गों को नेतृत्व का अवसर मिलेगा।
महिलाओं को कम से कम विधानसभा चुनाव में टिकट देने की घोषणा प्रशांत किशोर पहले हीं कर चुके हैं। इसी तरह सबसे अधिक अति पिछड़ा फिर अल्प संख्यक पिछड़ा वर्ग के लोगों को चुनाव में उतरा जायेगा। सवर्ण समाज और दलित समाज को भी उचित हिस्सा मिलेगा। युवाओं का झुकाव जन सुराज की ओर अधिक बढ़ता जा रहा है इसलिए सभी वर्गों के युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जायेगा और इन्हें चुनाव मैदान में उतारा जायेगा। जन सुराज में अग्रणी भूमिका निभाने वाले हर सदस्य को हर तरह के चुनाव में उचित सम्मान मिलेगा। प्रशांत किशोर ने कहा है कि कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव में जन सुराज को 125 से 130 सीटें आई तो इसे हम जीत नहीं हार मानेंगे। उन्हें भरोसा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में इससे अधिक सीटें जन सुराज की झोली में आने वाली है। सरकार बनने पर पांच बड़े काम बिहार में किए जायेंगे जिसमें शिक्षा स्वास्थ्य कृषि रोजगार 55 वर्ष से अधिक उम्र दराज लोगों को कम से कम दो हजार प्रतिमाह पेंशन सरकार देगी। लोगों को हर सुविधा गांव में हीं मिले इसके लिए जन सुराज की अगर सरकार बनी तो उपलब्ध कराई जाएगी। मधुबनी के सभी दस विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया 2 अक्टूबर पार्टी गठन के साथ शुरू हो शूरू हो जायेगी। मधुबनी में भी भाजपा राजद और जदयू के बीच हलचल तेज है। प्रशांत किशोर का कहना है कि एनडीए के साथ जन सुराज की लड़ाई होगी लेकिन जदयू और राजद दोनों दलों का आगामी विधानसभा चुनाव में बुड़ा हाल होने वाला है। अब बिहार में जात-पात और परिवार वाद की राजनीति नहीं चलने वाली है। बिहार के लोग समझदार हैं फिर ऐसी ग़लती नही करने वाले हैं कि नेता का बेटा हीं नेता बनेगा । अब ये अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करेंगे और जनता का राज स्थापित करेंगे। जो भी हो फिलहाल हर जगह 2 अक्टूबर को पटना चलने की तैयारी चल रही है। मधुबनी से भी हजारों की संख्या में लोग पटना पहुंच कर पार्टी गठन का साक्षी बनेंगे।