वीरेन्द्र दत्त / फुलपरास (मधुबनी),
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फोटो – बैठक में उपस्थित केन्द्रीय मंत्री एवं अन्य
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समाजवादियों का गढ़ रहे मिथिलांचल,पूर्वांचल एवं सीमांचल में जनाकांक्षाओं के विपरित विगत लोक सभा चुनाव 2024 में आयातित उम्मीदवारों के कारण आये नकारात्मक परिणाम चौंकाने वाले हैं। वेशक इसमें उच्च स्तरीय राजनीतिक डील की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। रविवार अपराह्न स्थानीय लोहिया आश्रम में पूर्व विधायक रामकुमार यादव की अध्यक्षता में संपन्न विगत लोक सभा चुनाव परिणाम हेतु आहूत एक समीक्षात्मक बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने उपरोक्त बातों का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि राजनीति में नियत और नीति दोनों के अभाव के कारण विपक्षियों द्वारा जीतने वाली सीटों तक पर नकारात्मक परिणाम आए हैं। स्पष्टतः समाजवादियों द्वारा पूर्व में अर्जित जनाधार और ताकतें बहरहाल गलत हाथों में चले जाने के कारण जातीय गोलबंदी,भावनाओं की सौदागिरी आदि के कारण समाजवाद आज अपहृत दिख रहा है। पूर्णिया में तो राजद के तथाकथित एक बड़े नेता ने एनडीए तक को वोट देने की अपील कर दी। फिर भी वहॉं पप्पू यादव की हुई जीत बिहार में तीसरे रास्ते के विकल्प के द्वार खोल दिए हैं। विगत चुनाव में विभिन्न दलों द्वारा वित्तीय साझेदारी को प्राथमिकता दिए जाने की अहमियत भी खूब चर्चित रही है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कहा विपक्षी दलों के लिए अनुकूल परिस्थिति में भी बिहार में खराब प्रदर्शन तथा प्रतिकूल परिस्थिति रहने के बावजूद उत्तर प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन बताता है कि बिहार में अंधभक्त और मुखौटाधारी समाजवादियों से समाजवाद को मुक्त कराने की आज आवश्यकता है। जिसके लिए लगातार जन जागृति, जन संवाद तथा युवा संवाद अभियान चलाकर तीसरे विकल्प के मार्ग को प्रशस्त करने का संकल्प लेना ही वक्त की मांग है। क्योंकि जहां संकल्प है वहीं विकल्प है।बैठक में पूर्व विधायक राम कुमार यादव,सुरेश चंद्र चौधरी,राजेश सिंह,सूर्य ना0 यादव,कामेश्वर यादव,नवल किशोर यादव,भोला नेता,सुधीर चौधरी,गणेश सिंह,नरसिंह सिंह,लक्ष्मी साह समेत अन्य लोगों ने भी अपने अपने विचार रखे।