सौराठ , मधुबनी
सौराठ सभागाछी के संरक्षण व संवर्धन को जरुरी मानते हुए मिथिला लोकतांत्रिक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज झा ने कहा है कि एतिहासिक सौराठ सभागाछी का संरक्षण-संवर्धन अहम है। जिसको लेकर बरती जा रही प्रशासनिक एवं सरकारी शिथिलता घोर निराशा जनक है। उन्होंने कहा कि इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की मांग हमारी अति प्राचीन मांग रही है। जिसके लिए पूर्व में मैंने करीब दर्जन भर धरना प्रदर्शन और ज्ञापन फैक्स का दौर चलाया है। स्थानीय जिला प्रशासन से लेकर सीएम और यहां तक कि एक बार दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी एकदिवसीय धरना के माध्यम से तत्कालीन प्रधानमंत्री को भी ज्ञापित किया था। प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में मोर्चा अध्यक्ष मनोज झा ने कहा है कि स्थानीय अतिक्रमण सभागाछी का प्रमुख मुद्दा है। जिसके कारण सभागाछी का स्वरूप दिनों-दिन सिकुड़ता जा रहा है। इस अहम मुद्दे को लेकर स्थानीय जिला प्रशासन पर शिथिलता बरतने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा है कि सौराठ सभा गाछी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने का प्रस्ताव सरकार और प्रशासन के पास लंबित है। प्रशासन द्वारा बरती जा रही शिथिलता के कारण अतिक्रमणकारियों का मनोबल दिनानुदिन बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मधुबनी में जो भी जिलाधिकारी आते हैं इसे विकसित किए जाने की दिशा में बात भर करके चले जाते हैं। वर्षों से इस तरह की खबरें अखबारों की सुर्खियां प्राप्त कर रह जाती हैं। लेकिन सौराठ सभागाछी का एतिहासिक विकास कहीं पीछे छूट जाता है।