नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
रायपुर : विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे, भाजपा विधायक दल की रविवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। फैसले के बाद उन्होंने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया । इनके साथ भाजपा की बैठक में दो उप मुख्यमंत्री बनाने का भी फैसला लिया है । पार्टी ने आम चुनाव और आदिवासियों से मिले वोटों को देखकर यह फैसला लिया है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने विष्णुदेव साय के नाम का प्रस्ताव किया और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया। इससे पहले सरकार का मुखिया चुनने के लिए बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक सर्बानंद सोनोवाल और अर्जुन मुंडा ने रायपुर पहुंचकर नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक कर नए नेता का चुनाव किया। मुख्यमंत्री पद की रेस में अनुसूचित जनजाति वर्ग के नेताओं लता उसेंडी, गोमती साय और रेणुका सिंह के नाम भी आगे चल रहे थे। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को विधानसभा का अध्यक्ष पार्टी बनाएगी।
पहले से ही यह अनुमान जताया जा रहा था कि अगर भाजपा 2003 से 2018 तक तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके रमन सिंह को नहीं चुनती है तो वह किसी ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) या आदिवासी समुदाय से ही मुख्यमंत्री को चुनेगी और हुआ भी ऐसा ही। राज्य के अगले मुख्यमंत्री को लेकर अनिश्चितता को खत्म करते हुए भाजपा के नवनिर्वाचित 54 विधायकों की अहम बैठक में विष्णु देव साय भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
छतीसगढ़ राज्य की आबादी में आदिवासी समुदाय की हिस्सेदारी 32 फीसदी है और भाजपा ने इस बार अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित 29 सीट में से 17 सीट जीती हैं।भाजपा ने 2018 में आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट में केवल तीन सीट जीती थीं उसने इस बार आदिवासी बहुल सरगुजा संभाग में सभी 14 सीटों पर जीत हासिल की है।