*रेलवे कंपनी के खिलाफ एक अगस्त से आंदोलन*
एस एन श्याम /अनमोल कुमार
बेगूसराय (सिमरिया)
गंगा नदी पर नये रेल पुल निर्माण से सर्वमंगला आश्रम परिसर में व्यापक क्षति से संतों और श्रद्धालुओं में गंभीर आक्रोश है ।आश्रम की क्षति की क्षतिपूर्ति नहीं किए जाने के विरोध में श्रद्धालुओं ने इस 1 अगस्त से धरना प्रदर्शन और अनशन का ऐलान किया है ।
. उक्त आशय की जानकारी सर्वमंगला आश्रम के मीडिया प्रभारी नीलमणि ने दी.उन्होंने बताया कि इस आशय की सूचना रेलवे पूर्व जोन,हाजीपुर के महाप्रबंधक को दे दी गयी है.उन्होंने बताया कि गंगा नदी पर अवस्थित राजेन्द्र पुल से पश्चिम नया रेल पुल का निर्माण कार्य चल रहा है.उक्त कार्य इरकाॅन कंपनी के नेतृत्व में इफ्फकाॅन कंपनी के द्वारा किया जा रहा है.पुल के निर्माण के मार्ग में सिमरिया धाम में एक दिव्य शक्तिपीठ मंदिर एवं आश्रमकरीब 50 वर्षों से अवस्थित है.जो न केवल श्रद्धालुओं या साधु-संतों की आस्था का एक प्रमुख केन्द्र है बल्कि संपूर्ण मिथिलांचल सहित सनातन धर्मावलंबियों का उपासना स्थल है.।
पुल निर्माण के क्रम में मंदिर परिसर के भवनों को व्यापक क्षति हुई है,। सुंदर और आकर्षक सर्वमंगला मंदिर जर्जर और जानलेवा हो गया है। नियमानुसार केन्द्र सरकार या कार्यरत संवेदक के द्वारा इस सर्वमंगला मंदिर का पुनर्निर्माण होना था।.जिसका कार्य आरंभ तिथि से आज तक इरकाॅन और इफ्फकाॅन संवेदक के द्वारा नही किया गया।झूठा आश्वासन मिलता रहा लेकिन वादे को पूरा नहीं किया जा रहा है.।जिसको लेकर आम-अवाम और संत समाज में आक्रोश है।.इसको लेकर बैठक कर एक अगस्त से जत्थेवार धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है.बैठक में आश्रम व्यवस्थापक रविन्द्र ब्रह्मचारी,सर्वमंगला केन्द्रीय समिति के महासचिव अधिवक्ता राज किशोर सिंह,सचिव दिनेश प्रसाद सिंह, नवीन प्रसाद सिंह,नृपेन्द्र सिंह,राजीव कुमार सिंह,प्रो विजय कुमार झा,प्रो पी के झा प्रेम,सत्यानंद,विजय सिंह,रितेश कुमार,अमरेन्द्र सिंह,कौशलेन्द्र सिंह,राधे चौधरी,दिनेश झा,रमेश झा,राजेश झा,आचार्य नारायण झा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.।